नितिन कामत ने स्ट्रोक के 14 महीने बाद दी स्वास्थ्य अपडेट: 'मेरा शरीर लगभग सामान्य हो गया है' प्रस्तावना


 

नितिन कामत, जो भारत के सबसे बड़े स्टॉक ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म Zerodha के सह-संस्थापक हैं, ने हाल ही में अपने स्वास्थ्य के बारे में एक अपडेट साझा किया। जनवरी 2024 में उन्हें एक हल्का स्ट्रोक हुआ था, और अब 14 महीने बाद, 30 मार्च 2025 को, उन्होंने बताया कि उनका शरीर लगभग सामान्य हो गया है। यह खबर न केवल उनके प्रशंसकों के लिए राहत की बात है, बल्कि यह हमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का एक बड़ा सबक भी देती है। इस लेख में हम नितिन कामत की स्वास्थ्य यात्रा, स्ट्रोक के कारण, उनकी रिकवरी प्रक्रिया, और इससे मिलने वाली प्रेरणा के बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही, हम कुछ विशेषज्ञ सलाह और स्वास्थ्य टिप्स भी साझा करेंगे ताकि आप भी ऐसी स्थिति से बच सकें।

नितिन कामत को स्ट्रोक क्यों हुआ?
नितिन कामत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में खुलासा किया था कि फरवरी 2024 में उन्हें हल्का स्ट्रोक हुआ था। उन्होंने इसके पीछे कई संभावित कारण बताए, जैसे अपने पिता के निधन से हुआ भावनात्मक तनाव, नींद की कमी, थकान, डिहाइड्रेशन, और जरूरत से ज्यादा वर्कआउट। ये सभी कारण आज की तेज़-रफ्तार जिंदगी में बहुत आम हैं। नितिन जैसे व्यक्ति, जो फिटनेस के प्रति इतने जागरूक हैं, अगर ऐसी स्थिति का शिकार हो सकते हैं, तो यह हर किसी के लिए एक चेतावनी है।

स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है, जिसमें मस्तिष्क तक रक्त की आपूर्ति रुक जाती है। इसके लक्षणों में चेहरे का एक तरफ लटकना, बोलने में दिक्कत, हाथ-पैर में कमजोरी, और चक्कर आना शामिल हैं। नितिन ने बताया कि स्ट्रोक के बाद उनका चेहरा लटक गया था, और वे पढ़ने-लिखने में असमर्थ हो गए थे। यह स्थिति उनके लिए शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से चुनौतीपूर्ण थी।

अधिक जानकारी के लिए आप मेयो क्लिनिक की स्ट्रोक संबंधी गाइड पढ़ सकते हैं, जहाँ स्ट्रोक के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।

14 महीने बाद स्वास्थ्य अपडेट: 'शरीर लगभग सामान्य'
30 मार्च 2025 को नितिन कामत ने अपनी रिकवरी की प्रगति साझा की। उन्होंने कहा, "14 महीने बाद, मेरा शरीर लगभग सामान्य हो गया है, और मेरा दिमाग 85% तक ठीक हो चुका है।" हालांकि, उनकी लेखन क्षमता अभी भी पूरी तरह से वापस नहीं आई है, जिसका कारण वे नियमित अभ्यास की कमी मानते हैं। उनकी बोलने की क्षमता भी 85% तक ठीक हुई है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। यह रिकवरी उनके दृढ़ संकल्प और सही मेडिकल देखभाल का परिणाम है।

नितिन ने अपने डॉक्टर की सलाह का भी जिक्र किया: "हमें यह समझना चाहिए कि कब अपनी रफ्तार को थोड़ा धीमा करना है।" उन्होंने यह भी कहा कि वे अब ट्रेडमिल पर वापस लौट आए हैं और धीरे-धीरे अपनी फिटनेस रूटीन को फिर से शुरू कर रहे हैं। उनकी यह यात्रा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाती है कि स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है।

स्ट्रोक क्या है और यह कैसे होता है?
स्ट्रोक दो प्रकार का हो सकता है:

  1. इस्केमिक स्ट्रोक: जब मस्तिष्क की कोई रक्त वाहिका में रुकावट आ जाती है। यह सबसे आम प्रकार है।
  2. हेमोरेजिक स्ट्रोक: जब मस्तिष्क में रक्त वाहिका फट जाती है।

नितिन कामत को हुआ स्ट्रोक हल्का था, जिसे मेडिकल भाषा में "माइनर स्ट्रोक" या "ट्रांज़िएंट इस्केमिक अटैक (TIA)" कहा जाता है। यह स्थिति गंभीर स्ट्रोक का संकेत हो सकती है, इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। स्ट्रोक के बारे में और जानने के लिए आप वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (WHO) की वेबसाइट देख सकते हैं।

नितिन कामत की रिकवरी प्रक्रिया
नितिन की रिकवरी में कई चरण शामिल थे:

  • मेडिकल ट्रीटमेंट: स्ट्रोक के बाद तुरंत अस्पताल में भर्ती होना और दवाइयों का सेवन।
  • फिजियोथेरेपी: चेहरे और शरीर की मांसपेशियों को फिर से सक्रिय करने के लिए व्यायाम।
  • स्पीच थेरेपी: बोलने की क्षमता को बेहतर करने के लिए विशेषज्ञों की मदद।
  • जीवनशैली में बदलाव: नींद को प्राथमिकता देना, तनाव कम करना, और हाइड्रेशन का ध्यान रखना।

उन्होंने यह भी बताया कि शुरू में वे बहुत धीरे बोलते थे और उनके दिमाग को शब्दों को प्रोसेस करने में समय लगता था। लेकिन समय के साथ उनकी स्थिति में सुधार हुआ। यह प्रक्रिया हर मरीज के लिए अलग हो सकती है, लेकिन नितिन की कहानी से यह साफ है कि धैर्य और मेहनत से रिकवरी संभव है।

नितिन कामत की कहानी से क्या सीख मिलती है?
नितिन की स्वास्थ्य यात्रा हमें कई सबक देती है:

  1. स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें: भले ही आप कितने व्यस्त हों, अपने शरीर को समय दें।
  2. तनाव का प्रबंधन करें: योग, मेडिटेशन, और परिवार के साथ समय बिताना तनाव को कम करता है।
  3. सही समय पर मदद लें: अगर आपको स्ट्रोक के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  4. फिटनेस और संतुलन: जरूरत से ज्यादा वर्कआउट से बचें और संतुलित जीवनशैली अपनाएं।

स्ट्रोक से बचने के लिए 10 व्यावहारिक टिप्स

  1. रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें।
  2. दिन में कम से कम 2-3 लीटर पानी पिएं।
  3. तनाव कम करने के लिए रोज 10 मिनट मेडिटेशन करें।
  4. नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं, खासकर ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की।
  5. धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
  6. हल्का व्यायाम करें, जैसे सुबह की सैर या योग।
  7. ज्यादा नमक और तैलीय भोजन से परहेज करें।
  8. अपने वजन को नियंत्रित रखें।
  9. परिवार के साथ समय बिताएं ताकि मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहे।
  10. स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानें और तुरंत अस्पताल जाएं।

इन टिप्स को अपनाने के लिए आप हेल्थलाइन पर और सुझाव पढ़ सकते हैं।

नितिन कामत कौन हैं?
नितिन कामत Zerodha के सह-संस्थापक और सीईओ हैं। 44 साल की उम्र में वे एक सफल उद्यमी और फिटनेस के प्रति समर्पित व्यक्ति हैं। उनके भाई निखिल कामत के साथ मिलकर उन्होंने Zerodha को भारत की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म बनाया। उनकी पत्नी सीमा पाटिल 2021 में ब्रेस्ट कैंसर से जूझ चुकी हैं और अब स्वस्थ हैं। नितिन की सादगी और मेहनत ने उन्हें लाखों लोगों का प्रिय बना दिया है।

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